यह ब्लॉग खोजें

छणिका . लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
छणिका . लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

गुरुवार, 15 मार्च 2018

रविवार, 10 जनवरी 2016

काल्ह मिला एक ठे मतदाता।

काल्ह मिला एक ठे मतदाता। 
कहिस कि आय गें ज्वारैं नाता। । 
अबै तक बुजबुजी नही चली। 
अब बागै लागें गली गली। । 
छोड़ के ए सी महल अटारी। 
कुच्छ न पूछा हाल बिहारी। । 

हेमराज हंस 

रविवार, 28 जून 2015

hemraj hans वे दूध के धुले हैं।


वे दूध के धुले हैं।
रहस्य अभी खुले हैं। ।
ये स्थाई समस्या के
कुछ बुल बुले हैं। । ------हेमराजहंस

रविवार, 17 मई 2015

ये भी उसकी काफिआ सी लगती है। ।

-----------------------------------------------
राजनीति माफिआ  सी लगती है। 
ये भी उसकी काफिआ सी लगती है। । 
हेमराज हंस 

कीर्तिमान निश दिन बढ़े, गढ़ें नये सोपान।

कीर्तिमान निश  दिन बढ़े, गढ़ें नये सोपान।  जन्म दिन की शुभकमना, आये नया बिहान।।  आये   नया   बिहान   शारदा   के प्रिय लालन । मैहर का हो आपके  ...