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बुधवार, 5 जून 2024

आदरनीय अमोल जी, लेब बधाई खूब।

आदरनीय अमोल जी, लेब बधाई खूब।
होय अबरदा सौ बरिस, लगय आप कै ऊब।।

बाघेली साहित्य के, अपना हन आदर्श।
रिमही आकरन ब्याकरन गरु बिचार बिमर्श।।

छाँह देय का बरा अस, निर्मल हिदय उदार।
आसा ही पाउत रहब, अपना केर दुलार। ।
 

श्री शिवशंकर सरस जी

  श्री शिवशंकर सरस जी, बोली के चउमास।  उनसे छरकाहिल रहैं, तुक्क बाज बदमास।।  सादर ही सुभकामना, जनम दिना कै मोर।  रिमही मा हें सरस जी , जस पा...