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सोमवार, 5 फ़रवरी 2018
रविवार, 13 नवंबर 2016
भारत माँ की वंदगी
इससे अभी और जो व़यावसथा बेहतर चाहिये👆
तो देश को नेता नही ,मोदी, सा मेहतर चाहिये ++
उठा सके जो भृषटाचार जैसी गंदगी!
• भारत माँ की होगी सचची वंदगी ++
हेमराज सम
मंगलवार, 5 जनवरी 2016
दोस्ती के नाम पे ग़द्दारी की है। ।
जब जब हमने यारी की है।
तो उसने मक्कारी की है। ।
चाहे हो कारगिल य पठानकोट
दोस्ती के नाम पे ग़द्दारी की है। ।
हेमराज हँस
तो उसने मक्कारी की है। ।
चाहे हो कारगिल य पठानकोट
दोस्ती के नाम पे ग़द्दारी की है। ।
हेमराज हँस
रविवार, 3 जनवरी 2016
दृढ़ता से आतंक का जो कर सके इलाज। ।
आने वाली पीढ़ियाँ कर सकती हैं नाज़।
दृढ़ता से आतंक का जो कर सके इलाज। ।
हेमराज हँस
दृढ़ता से आतंक का जो कर सके इलाज। ।
हेमराज हँस
शुक्रवार, 30 अक्तूबर 2015
वे महापुरुष से खेलते जातिवाद का खेल।
वे महापुरुष से खेलते जातिवाद का खेल।
चाहे नेहरू ,भीम ,हों य सरदार पटेल। ।
हेमराज हंस
चाहे नेहरू ,भीम ,हों य सरदार पटेल। ।
हेमराज हंस
उनके नाम होने लगा जातिवाद का पर्व। ।
महापुरुष हैं देश में, राष्ट्रवाद के गर्व।
उनके नाम होने लगा जातिवाद का पर्व। ।
हेमराज हंस
उनके नाम होने लगा जातिवाद का पर्व। ।
हेमराज हंस
जब 'लज्जा 'की लेखनी, की खींची गई चीर।
जब 'लज्जा 'की लेखनी, की खींची गई चीर।
लेते रहे ईनाम वे, रही सिसकती पीर। ।
हेमराज हंस
लेते रहे ईनाम वे, रही सिसकती पीर। ।
हेमराज हंस
जो कलबुगी पे मुखर हैं औ रूश्दी पर मौन।
जो कलबुगी पे मुखर हैं औ रूश्दी पर मौन।
उनसे जाकर पूछिये है पाखण्डी कौन। ।
हेमराज हंस
उनसे जाकर पूछिये है पाखण्डी कौन। ।
हेमराज हंस
रविवार, 25 अक्तूबर 2015
हमने गद्दारों की ऐसी नसल देखी है।
हमने गद्दारों की ऐसी नसल देखी है।
जो खेत खा जाय ऐसी फसल देखी है। ।
जो खेत खा जाय ऐसी फसल देखी है। ।
वो मजदूरों का ख़ून पी रहे है
हम ऐसे दौर में जी रहे हैं।
उल्लू हंस के ओंठ सी रहे है। ।
हेमराज हंस
उल्लू हंस के ओंठ सी रहे है। ।
आप पसीने की बात करते हैं
वो मजदूरों का ख़ून पी रहे है हेमराज हंस
मंगलवार, 20 अक्तूबर 2015
मैहर अंचल के शहीद एवं स्वतंत्रता सेनानी संकलन -हेमराज हंस
मैहर अंचल के शहीद एवं स्वतंत्रता सेनानी
शहीद सम्पत तेली
मोती लाल रामसेवक मौर्य
माता प्रसाद कालका प्रसाद हलवाई
किशोर बाबा दीन नाई
गंगा प्रसाद सुदर्शन प्रसाद
अभय कुमार कल्याण दास जैन
रामगुलाम सूरज दीन चौरसिया
रामसिया शरण रामाधीन चौरसिया
पंडित बृजलाल रामभद्र
सुखदेव प्रसाद रामप्रसाद अग्रवाल
पंडित जानकी प्रसाद रामविशाल
रामगुलाम सूरज दीन गुप्ता
पंडित रामाधार रामबल्लभ
गोकुलदास हरीलाल गुप्ता
पंडित जमुना प्रसाद उर्फ़ टुनटुन महराज
ठाकुर इंद्रजीत सिंह भैरव सिंह
नर्बदा प्रसाद पटेल
गोकुल प्रसाद अटल राम अग्रवाल
पंडित भारत प्रसाद जवाहर लाल
हीरालाल रामसहाय सोनी
चंडी दीन बिन्दे पटेल
पंडित हरिकेश
कंधईलाल रामचरण गुप्ता
पंडित अजोध्या प्रसाद ब्रजनाथ
राधेलाल बद्री प्रसाद खण्डेलवाल
कल्याणदास लखपत राय जैन
परमेश्वर दयाल रामकृष्ण गुप्ता
सुदर्शन चौरसिया
भैय्यालाल
जय कुमार हजारी लाल गुप्ता
रामलाल बंसी लाल बानी
मंजा समालिया मेहतर
चुनबुद्द स्वामी प्रसाद दर्जी
पंडित बोडे बल्ली गौतम
पंडित बाला प्रसाद सुखविंद्र सुरेहा
रघुनन्दन प्रसाद श्रीवास्तव
त्रिजुगीनारायण शिवबक्स
घप्पा दरबान
पंडित भगवत गजी चौबे
बाला रामदीन
सरजू बजरंग पटेल
*************************
संकलन -हेमराज हंस
सुदर्शन चौरसिया
भैय्यालाल
जय कुमार हजारी लाल गुप्ता
रामलाल बंसी लाल बानी
मंजा समालिया मेहतर
चुनबुद्द स्वामी प्रसाद दर्जी
पंडित बोडे बल्ली गौतम
पंडित बाला प्रसाद सुखविंद्र सुरेहा
रघुनन्दन प्रसाद श्रीवास्तव
त्रिजुगीनारायण शिवबक्स
घप्पा दरबान
पंडित भगवत गजी चौबे
बाला रामदीन
सरजू बजरंग पटेल
*************************
संकलन -हेमराज हंस
जहां शारदा सी माँ अलाउद्दीन सा बेटा है। ।
जिसने सर्व धर्म सदभाव को समेटा है।
जिसने लघु भारत के रूप को लपेटा है। ।
उस मैहर की पुण्य भूमि को देव तक नमन करते
जहां शारदा सी माँ अलाउद्दीन सा बेटा है। ।
हेमराज हंस -मैहर
hemraj hans शीलवान भी यहां निःशील हो गये।
निःशील हो गये
शीलवान भी यहां निःशील हो गये।
बंधु कंज भी यहां करील हो गये। ।
माना था जिनको स्त्रोत हमने मीठे नीर का
वे भी खारे जल की सांभर झील हो गये। ।
जो पाठ पढ़ाते रहे स्वदेश प्रेम का
वे विदेशी पोषकों के डील हो गये। ।
ज्ञान नही जिनको थाह और धार की
वे ब्यवस्था सेतु के नल -नील हो गये। ।
हमने जिन्हे जाना था मनस्वनी का हंस
मित्र देखिये तो वही चील हो गये।।
हेमराज हंस ---मैहर
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