लेखक रेबरेंड फ्रादर कामिल बुल्के, एस० जे०, एम० ए०, डो० फ़िल० अध्यक्ष, हिन्दी विभाग, सत जेवियर कॉलिज, राँची
१६६२
हिन्दी परिषद् प्रकाझन
प्रयाग विश्वविद्यालय
थहाँ रामायण की आधिकारिक कथावस्तु से सीधा सबंध रखने बाले पात्रों का अभिप्राय है। विश्वामित्र, अगरूय, बसिष्ठ और भरद्वाज ऋग्वेद के ऋषि हैं, बाऊकाड और उत्तरकांड की विविध अंतरकथाओं के ” यात्रों के नाम वदिक साहित्य में मिलते है । उनका यहाँ पर उल्लेख नहीं होगा ।
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