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मंगलवार, 4 अप्रैल 2023

शाकाहारी सुआ के साथ रहय न बाज -- बघेली के 4 दोहे ---महबूबा तक बन गयीं मह...

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श्री शिवशंकर सरस जी

  श्री शिवशंकर सरस जी, बोली के चउमास।  उनसे छरकाहिल रहैं, तुक्क बाज बदमास।।  सादर ही सुभकामना, जनम दिना कै मोर।  रिमही मा हें सरस जी , जस पा...