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शुक्रवार, 20 सितंबर 2024

पबरित परसाद भंडासराध कइ रहे हें।।

 जे मंदिर कै हमरे खंडित मरजाद कइ रहे हें। 

पबरित   परसाद    भंडासराध   कइ  रहे  हें।। 

उनहीं   पकड़  के  सीधे  सूली  मा  टांग  द्या 

हमरे  धरम के साथ जे अपराध   कइ  रहे  हें।। 

हेमराज हंस -भेड़ा मैहर 


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