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सोमवार, 14 अप्रैल 2025

हमरे देस मा बन चुके

बोल बघेली बोल 

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हमरे देस मा बन चुके, खासे निर्मल गाँव। 

लोटिआ  लै बाहर  चलीं, बहू बराये पांव।। 

हेमराज हंस  

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