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बुधवार, 23 अक्टूबर 2024

मैहर की इक शान थे विजयनारायण राय।

 

मैहर की इक शान थे विजयनारायण राय। 

जीवन में जाना नहीं अपना और पराय।। 


चाह सियासी मंच हो या साहित्य सोपान। 

अब तक मैहर ढ़ूढ़ता उन जैसा प्रतिमान।। 


है कृतज्ञ जिनका यहां पावन मैहर धाम। 

काल खण्ड में अमर है उनका सादर नाम।। 


जन नायक होते नही किसी जाति मे कैद।

वे बीमार समाज के हैं शुभ चिंतक वैद।। 

                    हेमराज हंस भेड़ा

सोमवार, 21 अक्टूबर 2024

बांटत रही गइ नेह -- कविवर राजबहोर पाठक मनोज जी सीधी

जबसे बड़कबा निनार भा ओखे मतारी कै आँखी फटी अस ही ---बघेली गजलों के राज क...

पढ़ी लिखी दुलहिन दादू दत्तनिपोर -- डॉ श्री निवास शुक्ल सरस जी

महतारी रिसिहाय दिहिस ता आसिरबाद मिला --- आचार्य रामसखा नामदेव शहडोल

तुम्हारा लहजा बता रहा है तुम्हारी दौलत नई नई है ----सबीना अदीव -कानपूर

शुक्रवार, 18 अक्टूबर 2024

वा ता निकहा बीज रहा।

 वा ता  निकहा  बीज रहा। 
देस  प्रेम  मा  भीज  रहा।। 

चुइगा जलेबी का रस सगला 
अब   हाथे  का  मीज  रहा। । 

भीड़ छटी  ता जाने पायन 
मंदिर  नहीं  टाकीज  रहा।। 

बस्ती  बस्ती  भटकैं  बांदर   
अँकड़ा के नहीं तमीच रहा।।  

कहैं  उतारन काही  आड़र
उनखर  हिदय  पसीज  रहा। ।  

हंस के पेटे  मुसबा  लोटय 
पीठ मा आखा  तीज रहा। ।  
हेमराज हंस 

सोमवार, 14 अक्टूबर 2024

अब तो भइया जी अती होइगै।

अब तो भइया जी अती होइगै।
समाज कै दुरगती होइगै।।
उनखे गाड़ी मा लगिगा हूटर
जब ओहदा मा श्री मती होइगै।।
होत होई काहू का फायदा
पै अपने देस के छती होइगै।।
वा ता भेजे रहा पढ़य खातिर
पै समाज मा नककटी होइगै। ।
भले भिरुहाये मा भसम भें मदन
पै विधबा तो बिचारी रती होइगै।।
भाईचारा के विश्वविद्यालय मा हंस
कुलटा राजनीत कुलपती होइगै।।
हेमराज हंस --

शनिवार, 12 अक्टूबर 2024

गुरुवार, 10 अक्टूबर 2024

कवि सम्मलेन REWA 09.10.2024

 

शिव दुर्गा मंदिर समिति अनंतपुर रीवा मप्र के तत्वावधान में श्री दुर्गोत्सव के पावन प्रसंग में विशिष्ठ  कवि सम्मलेन का सह भागी होने का अवसर प्राप्त हुआ। जिसमे देश के ख्याति लब्ध विद्वान मनीषीसुधि  श्रोताओ के समक्ष वाणी पवित्र करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। सर्व श्री रामसिया शर्मा जी, श्री दुर्गा प्रसाद चतुर्वेदी जी ,श्री  RP तिवारी जी , राष्ट्रिय कवि व्यंग्यकार रविशंकर चतुर्वेदी जी , श्री मति विमलेश जी सुश्री स्नेहा त्रिपाठी खनक जी डॉ रामसरोज शांतिदूत जी भृगुनाथ पांडेय भ्रमर जी हेमराज हंस भेड़ा। गरिमामयी संचालन आदरेय भ्रमर जी ने किया। संस्था के सम्माननीय सदस्यों का सादर आभार। कार्यक्रम में श्री सेवा राम त्रिपाठी जी जैसेशिक्षा विद  विद्वान की उपस्थिति से सुवासित होता रहा। श्री दुर्गा प्रसाद चतुर्वेदी जी का काव्यपाठ  न सुनपाने का मन में मलाल और अपराध बोध है। 

प्रणाम -- रीवा  धन्यवाद --- रीवा आभार रीवा 

 

कीर्तिमान निश दिन बढ़े, गढ़ें नये सोपान।

कीर्तिमान निश  दिन बढ़े, गढ़ें नये सोपान।  जन्म दिन की शुभकमना, आये नया बिहान।।  आये   नया   बिहान   शारदा   के प्रिय लालन । मैहर का हो आपके  ...