यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, 4 अक्तूबर 2024

बघेली साहित्य bagheli sahitya हेमराज हंस : तहिन रखइया लाज।

बघेली साहित्य bagheli sahitya हेमराज हंस : तहिन रखइया लाज।: हे जग जननी शारदे, तहिन रखइया लाज।    तोरे क्वारा सकार हो, औ अंचरा मा सांझ ।।   हंस -भेड़ा  

कोई टिप्पणी नहीं: