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शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2024

बघेली साहित्य bagheli sahitya हेमराज हंस : तहिन रखइया लाज।

बघेली साहित्य bagheli sahitya हेमराज हंस : तहिन रखइया लाज।: हे जग जननी शारदे, तहिन रखइया लाज।    तोरे क्वारा सकार हो, औ अंचरा मा सांझ ।।   हंस -भेड़ा  

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  श्री शिवशंकर सरस जी, बोली के चउमास।  उनसे छरकाहिल रहैं, तुक्क बाज बदमास।।  सादर ही सुभकामना, जनम दिना कै मोर।  रिमही मा हें सरस जी , जस पा...