बघेली साहित्य -का संग्रह हास्य व्यंग कविता गीत ग़ज़ल दोहा मुक्तक छंद कुंडलिया
य विपत के घरी मा तुमहूं भजामैं आ गया।
तलवार फरगत के जघा पायल मजामै आ गया। ।
जा के चित्रकूट आपन जाँच कराबा नीक के
फूली परी आँख मा काजर अजामैं आ गया।।
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