यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, 10 मई 2024

बंदन है जयराम जी, बिन्ध्य के बानी पूत।।

जेखे  आंखर  बने  हें,  जनता  के स्वर दूत।

बंदन  है  जयराम जी, बिन्ध्य  के बानी पूत।। 

सादर  ही  शुभ कामना बरिस गाँठ के हेत।

करत रहै लेखनी सदा सबका सजग सचेत।। 


 

कोई टिप्पणी नहीं:

कीर्तिमान निश दिन बढ़े, गढ़ें नये सोपान।

कीर्तिमान निश  दिन बढ़े, गढ़ें नये सोपान।  जन्म दिन की शुभकमना, आये नया बिहान।।  आये   नया   बिहान   शारदा   के प्रिय लालन । मैहर का हो आपके  ...