बघेली मुक्तक
नंगई से नही बड़प्पन से नापा।
तुंहु अपने सीना का छप्पन से नापा। ।
देस देखे बइठ है ''नहुष '' के अच्छे दिन
पै वाखर या अर्थ नही तुम बाल्मीक का वीरप्पन से नापा। ।
हेमराज
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