गाँव गाँव मा जबा देबारे
गाँव -गाँव मा जबा देबारे पंडा दे थें हूम।
लोक धरम कै चैत मा चारिव कईतीधूम। ।
आठैं अठमाइन चढ़ै खेर खूंट का भोग।
जलसा का कलसा धरे ''राम जनम का जोग ''। ।
बाना खप्पड़ कालका जबा देवारे हांक।
बिन प्रचार के चल रही लोक धर्म कै धाक। ।
हेमराज हंस
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