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सोमवार, 8 जून 2015

BAGHELI SAHITYA बघेली साहित्य : bagheli अम्मलक जना थै उनखे चाल से।

BAGHELI SAHITYA बघेली साहित्य : bagheli अम्मलक जना थै उनखे चाल से।: मुक्तक  अम्मलक जना थै उनखे चाल से।  हरिश्चंद  समझौता है नटवर लाल से। ।  लबालब भरा है ता आज उई टर्रा थें  सब गूलर भाग जई है सूख ताल...

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  श्री शिवशंकर सरस जी, बोली के चउमास।  उनसे छरकाहिल रहैं, तुक्क बाज बदमास।।  सादर ही सुभकामना, जनम दिना कै मोर।  रिमही मा हें सरस जी , जस पा...