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रविवार, 15 नवंबर 2015

BAGHELI SAHITYA बघेली साहित्य : जातिहाई का जानिगें उइ अटकर अंदाज।

BAGHELI SAHITYA बघेली साहित्य : जातिहाई का जानिगें उइ अटकर अंदाज।: जातिहाई का जानिगें उइ अटकर अंदाज।  सुदिन देख ह्यराय चलें जब बिटिया का काज। ।  जब बिटिया का काज जबर है दइजा  नाहर।  सुन दहेज़ का भाव थूंक...

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  श्री शिवशंकर सरस जी, बोली के चउमास।  उनसे छरकाहिल रहैं, तुक्क बाज बदमास।।  सादर ही सुभकामना, जनम दिना कै मोर।  रिमही मा हें सरस जी , जस पा...