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रविवार, 24 मई 2015

BAGHELI SAHITYA बघेली साहित्य : खड़ी जलाका जेठ कै औ भै बिजली गोल।

BAGHELI SAHITYA बघेली साहित्य : खड़ी जलाका जेठ कै औ भै बिजली गोल।: दोहा  खड़ी जलाका जेठ कै औ भै बिजली गोल।  कूलर से बिजना कहिस जान्या हमरिव मोल। ।  हेमराज हंस

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छठ सातैं की भमरी देखा।

  छठ सातैं  की भमरी देखा। तोहसे  या  न थम्हरी देखा।।    एक  बाल्टी  पानी  खातिर  उचत  भरे कै जमरी देखा।।  सउंज  उतार रही तुलसी कै  या   गंधइ...