यह ब्लॉग खोजें

शनिवार, 2 मई 2015

BAGHELI SAHITYA बघेली साहित्य : आपन सहज बघेली आय।

BAGHELI SAHITYA बघेली साहित्य : आपन सहज बघेली आय।: बघेली  आपन सहज बघेली आय।  गाँव के क्वारा कै खेली आय। ।  विंध्य हबै ज्याखर अहिवात  ऋषि अगस्त्य कै चेली आय। ।  हेमराज हंस --957528...

कोई टिप्पणी नहीं:

पबरित परसाद भंडासराध कइ रहे हें।।

 जे मंदिर कै हमरे खंडित मरजाद कइ रहे हें।  पबरित   परसाद    भंडासराध   कइ  रहे  हें।।  उनहीं   पकड़  के  सीधे  सूली  मा  टांग  द्या  हमरे  धर...