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मंगलवार, 14 अप्रैल 2015

BAGHELI SAHITYA बघेली साहित्य : उई हालचाल पूंछा थें कालर पकड़ के। ।

BAGHELI SAHITYA बघेली साहित्य : उई हालचाल पूंछा थें कालर पकड़ के। ।: मुक्तक  बलफ फियुज होइ गा झालर पकड़ के।  उई हालचाल पूंछा थें कालर पकड़ के। ।  सुदामा   के   चाउर   का   उई  का जानै  जे बचपन से खेलिन...

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  श्री शिवशंकर सरस जी, बोली के चउमास।  उनसे छरकाहिल रहैं, तुक्क बाज बदमास।।  सादर ही सुभकामना, जनम दिना कै मोर।  रिमही मा हें सरस जी , जस पा...