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मंगलवार, 14 अप्रैल 2015

उई हालचाल पूंछा थें कालर पकड़ के। ।

मुक्तक 

बलफ फियुज होइ गा झालर पकड़ के। 
उई हालचाल पूंछा थें कालर पकड़ के। । 
सुदामा   के   चाउर   का   उई  का जानै 
जे बचपन से खेलिन हीं डालर पकड़ के। । 
           हेमराज हंस -    -9575287490 

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पबरित परसाद भंडासराध कइ रहे हें।।

 जे मंदिर कै हमरे खंडित मरजाद कइ रहे हें।  पबरित   परसाद    भंडासराध   कइ  रहे  हें।।  उनहीं   पकड़  के  सीधे  सूली  मा  टांग  द्या  हमरे  धर...