यह ब्लॉग खोजें

शनिवार, 11 अप्रैल 2015

BAGHELI SAHITYA बघेली साहित्य : उई एकठे ''बोतल ''मा वोट ख़रीदा थे। ।

BAGHELI SAHITYA बघेली साहित्य : उई एकठे ''बोतल ''मा वोट ख़रीदा थे। ।: मुक्तक  भईस अबै बिआन नही उई सोंठ ख़रीदा थे।  लिपिस्टिक लगामै का ओठ ख़रीदा थे। ।  दुनिया के सबसे बड़े लोक तंत्र मा  उई एकठे '&#...

कोई टिप्पणी नहीं:

कीर्तिमान निश दिन बढ़े, गढ़ें नये सोपान।

कीर्तिमान निश  दिन बढ़े, गढ़ें नये सोपान।  जन्म दिन की शुभकमना, आये नया बिहान।।  आये   नया   बिहान   शारदा   के प्रिय लालन । मैहर का हो आपके  ...